दिल्ली:
कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा है कि जम्मू कश्मीर की समस्या के लिए केंद्र और पीडीपी-बीजीपी की राज्य सरकार, दोनों जिम्मेदार हैं।
सिंधिया अपने गृह राज्य मध्यप्रदेश के इंदौर प्रेस क्लब में ‘प्रेस से मिलिये कार्यक्रम’ में ये बातें कही। सिंधिया ने कहा, ‘मैं कश्मीर संकट के लिये केंद्र और पीडीपी.बीजीपी की राज्य सरकार, दोनों को जिम्मेदार मानता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार ने शायद कश्मीर के बारे में समय रहते उतनी चिंता नहीं की, जितनी चिंता उसे करनी चाहिये थी। केंद्र द्वारा जम्मू.कश्मीर को करोड़ों रपये का आर्थिक पैकेज देने की घोषणा से आम लोगों के दिल नहीं जीते जा सकते। आम लोगों के दिल सच्ची भावनाओं के आधार पर जीते जाते हैं।’ वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यह आश्चर्यजनक बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर संकट पर संसद में बयान नहीं दिया। लेकिन वह मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में एक कार्यक्रम के दौरान आधे घंटे तक कश्मीर पर बात करते रहे।’ उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा बलूचिस्तान का मुद्दा उठाये जाने से जुड़े एक सवाल पर कहा, ‘इसमें कोई दो राय नहीं है कि बलूचिस्तान की जनता पर पाकिस्तान सरकार के अन्याय का मुद्दा हमें जरूर उठाना चाहिये। लेकिन पहले हमें अपने घर :कश्मीर: की आग को बुझाना होगा और जनता का विश्वास जीतना होगा।’ जम्मू..कश्मीर की पीडीपी.भाजपा सरकार को ‘निजी स्वार्थ के कारण किया गया बेमेल गठबंधन’ करार देते हुए सिंधिया ने कहा, ‘पीडीपी और भाजपा के बुनियादी सिद्धांत एकदम अलग हैं और उन्होंने केवल सत्ता की लालच में हाथ मिलाया है। कश्मीर के मौजूदा संकट के समय दोनों दलों के बीच आपसी समन्वय और चर्चा का साफ अभाव दिखा।’ उन्होंेने मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार पाकिस्तान और चीन का कूटनीतिक स्तर पर सामना करने में खुद को पूरी तरह से असमर्थ पा रही है। इसके साथ ही, नेपाल और म्यामां जैसे पड़ोसी देशों से भारत की दूरियां बढ़ रही हैं।