जनसत्ता की खबर के मुताबिक भगवा रंग के जिस मंच से पीएम मोदी रैली को संबोधित करेंगे, उस मंच में वाजपेयी की तस्वीर कहीं भी दिखाई नहीं दे रही है और शायद ही इससे पहले ऐसे कभी हुआ होगा जब पार्टी द्वारा आयोजित किसी कार्यक्रम या रैली के मंच में वाजपेयी नरारद रहे हो। सूत्रों की मानें तो मंच पर वाजपेयी को मंच में जगह न मिलने से कार्यताओं के बीच तमाम तरह की चर्चा शुरू हो गई है। जबकि कि पूर्व में वाजपेयी की कर्मभूमि होने के नाते मंच में एक खास जगह दी जाती रही है।
महारैली के इस भव्य मंच की बात करें तो इसके बैकग्राउंड में बड़ा सा कमल का फूल बना हुआ है जिसमें पार्टी ने अपना नारा परिवर्तन लाएंगे, कमल खिलाएंगे लिखा हुआ है। पार्टी ने अपनी इस रैली को सफल बनाने के लिए हर तरह से प्रयास किए है। वहीं रमाबाई अंबेडकर मैदान में होने वाली इस महारैली के मंच में पीएम मोदी और अमित शाह, राजनाथ सिंह, कलराज मिश्र सहित उमा भारती की तस्वीरों को जगह दी गई है।
बीजेपी का दावा है कि यह अब तक कि सबसे बड़ी रैली है और पार्टी का अनुमान है कि इसमें करीब आठ से 10 लाख लोग आएंगे। यूपी का सियासी पारा चढ़ा हुआ इस बीच होने वाली रैली में पीएम मोदी भी विरोधियों पर निशाना जरूर साधेंगे। साथ ही नोटबंदी के अपने फैसले के फायदे भी गिनाएंगे।
( जनसत्ता के सौजन्य से खबर )