बुरहान के पिता मुजफ्फर ने लोगों से कहा कि वो कश्मीर को आजादी दिलाने की लड़ाई में अपने दो बेटों को खो चुका है। लेकिन उसे इसका अफसोस नहीं है। मुजफ्फर ने कहा कि कश्मीर को आजादी दिलाने के लिए वह अब अपनी बेटी को भी मैदान में उतारेगा।
अभी पिछले महीने कश्मीर में मारे गए हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी के पिता भी अब कट्टरपंथी बन गए हैं। मुजफ्फर वानी ने शुक्रवार शाम पंपोर में बड़ी रैली की। इस दौरान मुजफ्फर के साथ बड़े हथियारों से लैस कुछ आतंकी भी थे। इस रैली में मुजफ्फर ने एलान किया कि बेटे की मौत के बाद वह अब अपनी बेटी को कश्मीर की आजादी की लड़ाई के लिए आगे लाने जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, जिस दिन सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारुख और यासीन मलिक ने लोगों से श्रीनगर के हजरतबल में रैली के लिए इकट्ठा होने को कहा था, उसी दिन पंपोर में मुजफ्फर वानी ने पंपोर में हजारों लोगों की रैली में स्पीच दी।
खबरों के मुताबिक, अलगाववादियों की रैली में बहुत कम लोग मौजूद थे। जबकि मुजफ्फर की रैली में कई हजार लोग मौजूद थे।
मुजफ्फर की रैली में मौजूद कई लोगों के पास एके-47 जैसे खतरनाक हथियार थे। यहां बाकी लोग तो पैदल पहुंचे लेकिन मुजफ्फर खुद बोलेरो गाड़ी से पहुंचे।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुजफ्फर ने रैली में मौजूद लोगों से कहा कि वह कश्मीर को आजादी दिलाने की लड़ाई में अपने दो बेटों को खो चुका है। लेकिन उसे इसका अफसोस नहीं है। मुजफ्फर ने कहा कि कश्मीर को आजादी दिलाने के लिए वह अब अपनी बेटी को भी मैदान में उतारेगा। बुरहान वानी की मौत 8 जुलाई को एक एनकाउंटर में हुई थी। जबकि उसका बड़ा भाई खालिद 2010 में मारा गया था।