राष्ट्रपति चुनाव: सुषमा स्वराज पर बन सकती है आम सहमति, आज सोनिया गांधी से मिलेंगे बीजेपी नेता

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बीजेपी द्वारा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का नाम बीजेपी कोर ग्रुप और प्रधानमंत्री की बैठक के बाद ही तय किया जाएगा। हालांकि सत्तारूढ़ एनडीए ने नए राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी के नाम का ऐलान 23 जून को करने की बात कही है। विपक्ष ने शुरू में आरोप लगाया था कि सरकार इस मुद्दे पर आम सहमति के लिए कदम नहीं उठा रही है।

अब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की पहल पर तीन वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों की एक कमेटी गठित की गई है। राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और वेंकैया नायडू की इस कोर कमेटी पर अलग-अलग दलों की सहमति जुटाने की जिम्मेदारी दी गई है।

वेंकैया नायडू को दक्षिण भारत के दलों, वित्त मंत्री पर समाजवादी पार्टियों और राजनाथ सिंह पर शिवसेना, टीएमसी, उत्तरपूर्व के दलों से बात करने की जिम्मेदारी दी गई है। और यह टीम सभी राजनीतिक दलों का समर्थन जुटाने में तेजी से काम कर भी रही है। खुद वेंकैया नायडू छह पार्टियों से बात कर चुके हैं और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती और सीपीएम के सीताराम येचुरी के साथ विचार-विमर्श का समय तय कर चुके हैं।

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राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए औपचारिक चर्चा शुक्रवार को सोनिया गांधी और सीताराम येचुरी के साथ मुलाकात से शुरू हो जाएगी। टीडीपी प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडु पहले ही कह चुके हैं कि वे प्रधानमंत्री के निर्णय के साथ हैं। हालांकि विपक्ष पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वह गैर संघी पृष्टभूमि और संविधान का सम्मान करने वाले उम्मीदवार का समर्थन करेगा। विपक्षी दलों का कहना है कि उम्मीदवार ऐसा होना चाहिए जिसके आदेश का सम्मान हो, आखिरकार राष्ट्रपति तीनों सेनाओं का प्रमुख भी तो होता है।

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सरकार आम सहमति के लिए तेजी से काम भी कर रही है क्योंकि, 25 जून को प्रधानमंत्री अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं और वे चाहते हैं कि यात्रा पर जाने से पहले राष्ट्रपति पद के उम्मीदार के नामांकन वे उपस्थित रहें। यह पहली बार है कि भाजपा राष्ट्रपति पद के चुनाव जीतने के लिए एक आरामदायक स्थिति में है। 2002 में अपने उम्मीदवार एपीजे अब्दुल कलाम एक सर्वसम्मति के उम्मीदवार थे, हालांकि उस वक्त पार्टी के पास जीतने के लिए पर्याप्त समर्थन नहीं था। इसी तरह पार्टी उस समय को एक बार फिर दोहराना चाहती है।

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उधर, विपक्ष अभी तक किसी भी उम्मीदवार पर अपनी सहमति नहीं बना सका है। बुधवार को हुई विपक्षी दलों की बैठक बेनतीजा रही। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि किसी भी नाम पर चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने एक तीन सदस्यीय ग्रुप बनाया है। चूंकि बीजेपी ने उनसे संपर्क किया है, इसलिए अभी कोई उम्मीदवार चुनना मुमकिन नहीं है।

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