दिल्ली
ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे हाउस ऑफ कामंस की मंजूरी के बिना ब्रेक्जिट की योजनाओं को आगे बढ़ा सकती हैं।
‘द डेली टेलीग्राफ’ ने ब्रिटिश सरकार के सूत्रों के हवाले से कहा है कि यूरोपीय संघ में रहने के पक्षधर लोग इससे निकलने के पक्ष में आये 23 जून के जनमत संग्रह के परिणाम को सलाह देने वाली प्रवृत्ति का मान रहे हैं।
हालांकि रिपोर्ट के अनुसार मे ने सरकारी वकीलों से संपर्क किया है, जिन्होंने प्रधानमंत्री को बताया है कि उनके पास अनुच्छेद 50 को लागू करने और संसद में मतदान कराये बगैर यूरोपीय संघ से निकलने की औपचारिक प्रक्रिया शुरू करने की कार्यकारी शक्ति है।
डाउनिंग स्ट्रीट के एक सूत्र ने अखबार को बताया, ‘‘प्रधानमंत्री इस बात को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हैं कि ब्रिटेन के लोगों ने ब्रेक्जिट के पक्ष में मत दिया है और अब वह इसे अमल में लायेंगी।’’ पिछले चुनाव में हाउस आफ कामंस के कुल 480 के करीब सांसदों में से बहुसंख्य ने यूरोपीय संघ में रहने को लेकर प्रचार किया था।
हाउस आफ लार्डस में भी बड़ी संख्या में लोग यूरोपीय संघ में ब्रिटेन के बने रहने के पक्षधर हैं। ऐसे में ब्रेक्जिट के लिए संसद की औपचारिक मंजूरी मिलने में वष्रों लग सकते हैं।