भारत की अग्नि मिसाइल से बौखलाए.. चीन और पाकिस्तान ने मिलकर तैयार किया ये मास्टरप्लान

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चीन

हालही में भारत की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 के सफल परीक्षण के बाद से ही पड़ोसी मुल्क चीन और पाकिस्तान में खलबली मची हुई थी। इस मिसाइल की तोड़ तलाशने के लिए चीन और पाकिस्तान मिलकर काम कर रहे हैं। खबर है कि भारत के ‘अग्नि-5’ से चिढ़ा चीन पाकिस्तान के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। दोनों ने मिलकर बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल और बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान बनाने की योजना बनाई है। ताकि वो सैन्य यंत्रों में भारत को चुनौती दे सकें।

दरअसल भारत के ‘अग्नि-5’ से चिढ़ा चीन अपने सदाबहार दोस्त पाकिस्तान के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। दोनों ने मिलकर बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल और बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान बनाने की योजना बनाई है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने यह जानकारी दी है।

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गुरुवार को चीनी मीडिया ने ये खबर दी। खबर के मुताबिक चीन और पाकिस्तान मिलकर बड़े पैमाने पर लड़ाकू विमान तैयार करेंगे। दोनों देश इस बात पर भी सहमत हुए हैं कि दोनों आपस में आतंकी संगठनों के खिलाफ सहयोग बढ़ाएंगे और आतंकी संगठनों से लड़ने में एक-दूसरे की मदद करेंगे।

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चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख के चीन दौरे को लेकर पाकिस्तानी सेना ने उनके और उनके चीनी समकक्ष के बीच हुई बैठकों के बारे में सूचना जारी की थी। सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में पाकिस्तान के साथ अपना रक्षा सहयोग बढ़ाने की चीन की योजना के बारे में छपे समाचारों के बारे में पूछे जाने पर चुनयिंग ने कहा कि इस समाचार विज्ञप्ति में हमें बैलेस्टिक मिसाइलों से संबंधित समझौते के बारे में कुछ नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि मैं आपको इतना बता सकती हूं कि चीन और पाकिस्तान सामान्य रक्षा आदान-प्रदान और वाजिब सहयोग रखते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या 1998 के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान के साथ मिसाइलों को लेकर बीजिंग निकटता से काम करने को तैयार है तो हुआ ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्यों की यह जिम्मेदारी है कि वे संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों का अनुपालन करें। 1998 के इस प्रस्ताव में भारत और पाकिस्तान से बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण रोकने का आह्वान किया गया था।

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