दिवाली पूजन की तैयारी से लेकर….चौकी सजाने तक, यहां पढें- पूजा का सही विधि-विधान

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

माता की चौकी के साथ कुछ घरेलू चीजें जरूर रखें –

(1) लक्ष्मी, (2) गणेश, (3-4) मिट्टी के दो बड़े दीपक, (5) कलश, जिस पर नारियल रखें, वरुण (6) नवग्रह, (7) षोडशमातृकाएं, (8) कोई प्रतीक, (9) बहीखाता, (10) कलम और दवात, (11) नकदी की संदूकची, (12) थालियां, 1, 2, 3, (13) जल का पात्र

पूजा की संक्षिप्त विधि

हाथ में पूजा के जलपात्र से थोड़ा सा जल ले लें और अब उसे मूर्तियों के ऊपर छिड़कें। साथ में मंत्र पढ़ें। इस मंत्र और पानी को छिड़ककर आप अपने आपको पूजा की सामग्री को और अपने आसन को भी पवित्र कर लें।

इसे भी पढ़िए :  विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने स्वतंत्रता दिवस पर किए अपने वादे को निभाया

हाथ में थोड़ा सा जल ले लीजिए और आह्वान व पूजन मंत्र बोलिए और पूजा सामग्री चढ़ाइए। फिर नवग्रहों का पूजन कीजिए। हाथ में अक्षत और पुष्प ले लीजिए और नवग्रह स्तोत्र बोलिए। इसके बाद भगवती षोडश मातृकाओं का पूजन किया जाता है। हाथ में गंध, अक्षत, पुष्प ले लीजिए। सोलह माताओं को नमस्कार कर लीजिए और पूजा सामग्री चढ़ा दीजिए।

अब पढ़िए कौन -कौन के मंत्र का जाप दिवाली पूजन में महत्वपूर्ण माना जाता है –

इसे भी पढ़िए :  बच्चों की मौत पर अमित शाह के बिगड़े बोल, कहा- देश में पहली बार नहीं हुआ ऐसा हादसा

ॐ पवित्रः अपवित्रो वा सर्वावस्थांगतोऽपिवा।
यः स्मरेत्‌ पुण्डरीकाक्षं स वाह्यभ्यन्तर शुचिः॥
पृथ्विति मंत्रस्य मेरुपृष्ठः ग षिः सुतलं छन्दः
कूर्मोदेवता आसने विनियोगः॥

अब पृथ्वी पर जिस जगह आपने आसन बिछाया है, उस जगह को पवित्र कर लें और मां पृथ्वी को प्रणाम करके मंत्र बोलें-

ॐ पृथ्वी त्वया धृता लोका देवि त्वं विष्णुना धृता।
त्वं च धारय मां देवि पवित्रं कुरु चासनम्‌॥
पृथिव्यै नमः आधारशक्तये नमः

अब आचमन करें
पुष्प, चम्मच या अंजुलि से एक बूंद पानी अपने मुंह में छोड़िए और बोलिए-
ॐ केशवाय नमः
और फिर एक बूंद पानी अपने मुंह में छोड़िए और बोलिए-
ॐ नारायणाय नमः
फिर एक तीसरी बूंद पानी की मुंह में छोड़िए और बोलिए-
ॐ वासुदेवाय नमः

इसे भी पढ़िए :  इंडिया टीवी के पत्रकार का पीएम मोदी को पत्र, लिखा- संपादक फर्जी खबर के लिए बनाते है दवाब

इस तरह मंत्रों के जाप से आप अपने आप को, अपने हाथों, मुख और आत्मा को शुद्ध करते हैं, इस शुद्दीकरण के बाद अगर पूजा करेंगे तो धन, समृद्धि, स्वास्थ्य और संपत्ति का आपके परिवार में आगमन होगा।

2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse