जनवरी, 2006 में ज़मींदार नवदीप सिंह ने बंत सिंह के दोनों हाथ और एक पैर काट डाला था, क्योंकि वह अपनी नाबालिग बेटी से हुए गैंगरेप के बाद इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ रहे थे। इसी आरोप में सात साल कैद काट चुका नवदीप सिंह फिलहाल जमानत पर आज़ाद है। हाथ-पैर काट दिए जाने के बाद भी हार न मानकर लड़ाई जारी रखने के चलते बंत सिंह दलितों के नेता के रूप में मशहूर हो गए।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, रविवार को मनसा में ‘आप’ के पंजाब प्रभारी संजय सिंह ने दोनों को पार्टी की सदस्यता प्रदान की। व्हीलचेयर पर मौजूद बंत सिंह मंच पर चढ़ नहीं सकते थे, इसलिए संजय सिंह ने मंच से उतरकर उन्हें सदस्यता दी।