इस पर अफसोस जताते हुए उद्धव ठाकरे ने लिखा है, ‘मोदी ने विदेश में बैंकों में रखी भारतीयों की अवैध कमाई को वापस लाने को वादा किया था। लेकिन सच्चाई है कि एक रुपया भी नहीं बरामद किया गया और न ही ऐसा धन रखने वालों को एक पैसे का भी नुकसान हुआ। आम जनता ने नोटबंदी की चोट को सहा और अब भी जनता कष्ट झेल रही है।”
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद जनता की तकलीफ बढ़ गई है, लेकिन काला धन रखने वाला एक भी आदमी या उद्योगपति जेल में नहीं डाला गया।
पाकिस्तान पर सितंबर में हुए सर्जिकल स्ट्राइक से तुलना करते हुए ठाकरे ने कहा कि पड़ोसी (पाकिस्तान) आतंक का खेल जारी रखे हुए है और इसके परिणाम स्वरूप अब तक 50 से अधिक सैनिक शहीद हो चुके हैं।
ठाकरे ने लिखा, “सर्जिकल स्ट्राइक को सरकार के लिए बड़ी जीत के रूप में प्रचारित किया गया, लेकिन वे (सरकार) हमारे सैनिकों का बचाव करने में नाकाम रहे। अब एक सवाल है: वास्तव में बेईमान कौन है?”