इसके लिए सरकार ट्रेनिंग की योजना बना रही है। सरकार का दावा है कि अब तक देश में अब तक पालतू कुत्तों के लिए ऐसा कानून नहीं बना। इस वजह से पालतू कुत्तों की खरीद-बिक्री, जन्म-मृत्यु समेत कई जानकारियां और रिकॉर्ड नहीं है। ऐसे में इस कदम से पालतू कुत्तों के खिलाफ क्रूरता पर रोक लगाने में भी मदद मिलेगी।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही कुत्तों के साथ कई जगहों क्रूर व्यवहार किया गया था। हैदराबाद में कुछ लड़कों ने तीन पिल्लों को आग के हवाले कर दिया था। यही नहीं, पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। वहीं, इस घटना के कुछ हफ्ते पहले ही चेन्नई में दो मेडिकल छात्रों ने एक बिल्डिंग की छत से एक कुत्ते को नीचे फेंक दिया था। इन हादसों की लोगों ने निंदा की थी और तभी से सामाजिक कार्यकर्ता पशु क्रूरता के खिलाफ कानून को सख्त बनाने की मांग कर रहे हैं।