1.यूनेस्को द्वारा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र को सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री घोषित किया जाना :
यूनेस्को के हवाले से इस वर्ष कई फर्जी खबरें फैलीं, जिनमें एक खबर यह भी रही। सबसे रोचक बात तो यह है कि यह फर्जी खबर अभी भी सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।
2.यूनेस्को ने भारत के राष्ट्रगान ‘जन गण मन..‘ को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रगान घोषित किया :
अब इस बार बारी राष्ट्रगान की थी। यह अफवाह पहली बार 2008 में ईमेल के माध्यम से फैली थी और तब यूनेस्को ने इसका खंडन भी किया था। लेकिन 2016 में स्वतंत्रता दिवस के आस-पास एकबार फिर यह झूठी खबर सोशल मीडिया के माध्यम से जोर-शोर से फैली।
3. यूनेस्को ने भारत की 2,000 रुपये की नई मुद्रा को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ मुद्रा घोषित की :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए गए 2,000 रुपये मूल्य के नए नोटों को लेकर भी इसी तरह की अफवाह ने सिर उठाया. इस बार यूनेस्को की सांस्कृतिक जागरूकता विभाग के अध्यक्ष सौरभ मुखर्जी के हवाले से यह अफवाह फैली।
दुनिया के अग्रणी मीडिया समूह बीबीसी की नजर भी इस अफवाह पर गई और उसने अपनी रिपोर्ट में लिखा, “भारत में हजारों की संख्या में व्हाट्सएप का इस्तेमाल करने वाले लोग इस संदेश को खुशी के इजहार के साथ प्रसारित कर रहे हैं।”