नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन राज्यट सभा में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा हुर्इ। चर्चा के जवाब में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर हिंसा का ठीकरा पाकिस्तान पर फोड़ा। उन्हों ने कहा, ”मिलिटेंट के साथ सख्ती होगी और हो रही है। आम जनता के साथ सिम्पैथी। हिंसा के पीछे पाकिस्तान है। कहने को तो वह पाकिस्तान है लेकिन उसकी हर हरकत नापाक है। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी हो रहा है पूरी तरह से पाकिस्तान स्पॉन्सार्ड है।”
इससे पहले सदन में सत्ता पक्ष के नेता अरुण जेटली ने कश्मीर मुद्दे पर सरकार का पक्ष रखा। जेटली ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर हमें राजनीतिक सीमा से ऊपर उठकर सोचना चाहिए। चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सदन में सवाल उठाए कि मिलिटेंट्स और आम आदमी में कोई अंतर होना चाहिए कि नहीं। उन्हों ने सरकार से कहा कि मिलिटेंसी को खत्म करने में कांग्रेस उनके साथ है। इससे पहले, राज्य सभा में बसपा सुप्रीमो मायावती ने दलितों की अनदेखी को लेकर सरकार पर हमलावर रुख अख्तियार किया। उन्हों ने आरोप लगाया कि गुजरात में भाजपा सरकार दलितों को नजरअंदाज कर रही है। सभापति हामिद अंसारी ने राज्य सभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थंगित कर दिया। कांग्रेस ने कश्मीर मुद्दे पर चर्चा को नोटिस दिया।
लोकसभा में पहले दिन की कार्यवाही को मध्य् प्रदेश के शाहदोल से सांसद दलपत सिंह परस्तेक के निधन पर मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इससे पहले मोदी ने लोकसभा में अपने नए मंत्रियों का परिचय सदन से कराया। दूसरी तरफ, राज्यपसभा में नए सांसदों ने शपथ ली। सरकार ने मॉनूसन सेशन के लिए एक दर्जन बिलों को सदन के सामने रखने, चर्चा करने और पास करने की तैयारी की है।