एम्बेसेडर गाड़ी बनाने वाला प्लांट जापान की टोयटा कंपनी के बाद एशिया का दूसरा सबसे पुराना कार बनाने वाला प्लांट था। दूसरी ओर, पूजो की भारत में बहुत बड़ी मौजूदगी नहीं रही है। वर्तमान में यह कंपनी मित्सुबिशी के लिए हर 12,000 यूनिट अपने चेन्नै प्लांट में बना रहा है।
हिंदुस्तान मोटर्स ने शनिवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा, ‘हिंदुस्तान मोटर्स ने एंबेसडर ब्रांड की बिक्री के लिए प्यूजो एसए से करार किया है। इसमें ट्रेडमार्क भी शामिल है। यह सौदा 80 करोड़ रुपए में हुआ है।’
एम्बेसेडर ब्रैंड को सात दशक पहले भारत में लॉन्च किया गया था। तब हिंदुस्तान मोटर्स ने मॉरिस ऑक्सफर्ड सीरीज II (लैंडमास्टर) को कुछ परिवर्तनों के साथ नए अवतार में पेश किया था। जल्द ही यह कार भारत की राष्ट्रीय पहचान बन गई और 1980 के दशक तक मारुति के आने से पहले यह भारतीय कार बाजार की बेताज बादशाह थी।