जेल में बंद एक कुर्दिश हसीना से आइएसआईएस खाता है खौफ, सर पर रखा है कई लाख डॉलर का इनाम

0
3 of 3Next
Use your ← → (arrow) keys to browse


जब वर्ष 2014 में आईएसआईएस उभरने लगा, तो उनके खिलाफ लड़ने के लिए कुर्दिश आंदोलन में शिरकत करने की खातिर जोआना पलानी ने राजनीति विषय की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी, और उत्तरी सीरिया में कुर्दिश पीपल्स प्रोटेक्शन यूनिटों (वाईपीजी) तथा इराक में पेशमेग्रा फौज दोनों की तरफ से लड़ने लगी।

इसे भी पढ़िए :  राहुल गांधी ने की अपील, बैंकों व ATM में खड़े लोगों की मदद करें कांग्रेस कार्यकर्ता

सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर एक पोस्ट में जोआना पलानी ने लिखा था, “महिला अधिकारों, लोकतंत्र – तथा दानिश लड़की होने के नाते जिन यूरोपीय मूल्यों को मैंने सीखा – की खातिर लड़ने के लिए” उसे प्रेरणा मिली…

इसे भी पढ़िए :  पनीरसेल्वम और शशिकला मिले राज्यपाल से, दोनों ने सीएम पद के लिए ठोका दावा
3 of 3Next
Use your ← → (arrow) keys to browse