फ्रांस में हुए घातक ट्रक हमले की पृष्ठभूमि में भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह आतंकवाद के साजिशकर्ताओं, आयोजकों, वित्तपोषकों और प्रायोजकों के खिलाफ एकसाथ मिलकर तुरंत कार्रवाई करे और आतंकवाद के अभिशाप का नामोनिशान मिटा दे।
मंगोलिया की राजधानी में आयोजित 11वें एशिया-यूरोप बैठक सम्मेलन के समग्र सत्र को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा, ‘‘हम सभी के समाज आज आतंकवाद के हर स्वरूप से अभूतपूर्व खतरे का सामना कर रहे हैं। सबसे हालिया उदाहरण फ्रांस में हुई सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना का है।’’ अंसारी ने कहा, ‘‘हमें इस खतरे से निपटने के लिए अर्थपूर्ण ढंग से सहयोग करने की जरूरत है। आइए आज आतंकवाद के साजिशकर्ताओं, आयोजकों, वित्तपोषकों और प्रायोजकों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करके आतंकवाद के अभिशाप को मिटाने के लिए एकसाथ काम करने का संकल्प लें।’’ आज, एक ट्रक फ्रांसीसी शहर नीस में एक भीड़ में जा घुसा। इस घटना में कम से कम 80 लोग मारे गए। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि बास्तील डे के दौरान हो रही आतिशबाजी को देख रहे लोगों पर ‘आतंकी’ हमला किया गया।
एएसईएम सम्मेलन में कई यूरोपीय नेताओं ने हिस्सा लिया। इनमें जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल और यूरोपीय काउंसिल के डोनाल्ड टस्क भी शामिल थे। फ्रांस के शहर में मारे गए निर्दोष लोगों की याद में एक मिनट का मौन रखा गया।