कथित पत्थरबाज को जीप से बांधने पर जवानों के खिलाफ FIR दर्ज, सरकार देगी सेना का साथ

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कश्मीर में एक युवक को जीप के आगे बांधकर घुमाने के मामले में पुलिस ने सेना के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सरकार ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है। पुलिस ने सरकार के निर्देश पर सेना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर किया था, जिसमें सेना की जीप के बोनट पर एक युवक को बांधकर ले जाया जा रहा था। महबूबा मुफ्ती ने इस घटना के बारे में पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मुफ्ती ने इस घटना को अस्वीकार्य बताया है और पुलिस से इन घटनाओं के बारे में विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

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जम्मू-कश्मीर पुलिस का दावा

पुलिस अधिकारी ने बताया कि रणबीर दंड संहिता की धारा 342 :गलत तरीके से किसी को कब्जे में रखना:, 149 :साझा अपराध को अंजाम देने की नीयत से गैर कानूनी तरीके से एकत्र होने वाला हर व्यक्ति दोषी है :, 506 :आपराधिक धमकी के लिए दंड: और 367: किसी व्यक्ति को गंभीर चोट पहुंचाने के इरादे से उसका अपहरण करना: के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच उपाधीक्षक दर्जे के अधिकारी को सौंप दी गई है।

सेना ने दी ये सफाई

सेना ने पत्थरबाज़ को जीप से बांधने से जुड़े मामले में कहा कि उन्होंने ऐसा पथराव से बचने के लिए किया था। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सेना ने रविवार को कहा, ‘पथराव से बचने के लिए पत्थरबाज़ को जीप से बांधा’ 

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सेना ने कहा कि किसी नुकसान से बचने के लिए पत्थरबाज़ को जीप से बांधा था। सेना के मुताबिक 500 लोगों ने वीरवाह मतदान केंद्र को घेर लिया था और ऐसे में सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाना पड़ा था।

सरकार देगी सेना का साथ

इस बीच सरकार ने इस मामले में सेना अधिकारी का साथ देने की तैयारी कर ली है। सरकार ने यह फैसला 9 अप्रैल को आई रिपोर्ट के बाद लिया है जिसमें कहा गया है कि अधिकारी ने मुश्किल परिस्थिति से बचने और जवानों की सुरक्षा के लिए अनिच्छा से यह कदम उठाया था।

जिस यूनिट को वो बचा रहे थे उसमें आईटीबी के 10 जवानों के अलावा पुलिस के दो जवान और एक बस चालक शामिल था। सूत्रों के अनुसार सेना ने यह भी कहा है कि मौके पर मतदान केंद्र को 500 लोगों ने घेर लिया था और युवक को अगर जीप पर नहीं बांधते तो वह भीड़ मतदान कर्मियों पर टूट पड़ती। लोग छतों पर पत्थर लिए खड़े थे।

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गौरतलब है कि बडगाम जिले में स्थित खानसाहिब के फारूक अहमद डार को जीप पर बैठा कर घुमाने का एक वीडियो 14 अप्रैल को वायरल हो गया था। और इसके वायरल होते ही इसपर सियासत भी शुरू हो गई थी। जिसके बाद वीडियो की व्यापक स्तर पर निंदा की गई थी।

घटना का वीडियो देखिए