मुंबई से भोपाल जा रही जेट एयरवेज की फ्लाइट में उस समय हंगामा शुरू हो गया जब एक शादी में शामिल होने जा रहे कुछ लोगों की वजह से 2 घंटे की देरी हो गई। बताया गया कि शुक्रवार सुबह (2 दिसंबर) को 5 बजकर 55 मिनट पर जेट एयरवेज की फ्लाइट मुंबई से भोपाल के लिए रवाना होने की ओर थी। विमान की सब सीटें भरते ही दरवाजे बंद कर दिए गए और बाकी यात्रियों को मुंबई एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। इसके बाद नाराज यात्रियों ने जमकर हंगामा किया।
इस दौरान बारातियों ने ना केवल जेट एयरवेज के स्टाफ पर दबंगई की बल्कि दूसरे यात्रियों को घूस देकर प्लेन से उतारने की कोशिश भी की। जेट एयरवेज ने यात्रियों को एक घंटे तक समझाने की कोशिश की इसके बाद पांच यात्री फ्लाइट से उतर गए। उन्होंने 10 हजार रुपये की क्षतिपूर्ति राशि स्वीकार कर ली। घटना फ्लाइट 9W 7083 में हुई जो कि मुंबई से दो दिसंबर को सुबह 5.55 बजे उड़नी थी। लेकिन शादी में जा रहे 80 लोगों के 17 अन्य साथियों ने सीट ना मिलने पर नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया। इसके चलते विमान आठ बजे उड़ा और नौ बजकर 10 मिनट पर भोपाल पहुंचा।
इकॉनमी क्लास मं 156 सीटें पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर लोगों को मिल गई थीं, लेकिन ओवरबुक्ड होने की वजह से एक शादी में जाने वाले 80 में से 17 लोगों को सीट नहीं मिल पाई। जानकारी के मुताबिक फ्लाइट के 80 यात्री एक ही शादी में जा रहे थे। इनमें से 17 लोग चेक इन पर लेट हो गए साथ ही जब उन्हें इस बात की जानकारी दी गई कि वे इस फ्लाइट से नहीं जा पाएंगे तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान यह पाया गया कि सभी 80 टिकट अलग-अलग समूहों में बुक किए गए थे। जिन 17 लोगों ने देर से चेक इन किया था, उनका टिकट अलग समूह में बुक किया गया था।
कंपनी की लापरवाही उस समय उजागर हुई जब शुक्रवार सुबह 6 बजे विमान मुंबई एयरपोर्ट से भोपाल आ रहा था, तो सीटों से अधिक यात्री पहुंच गए। इनमें से 17 पैंसेंजर्स को विमान में नहीं चढ़ने दिया गया। यात्रियों ने मुंबई एयरपोर्ट पर जमकर हंगामा किया। यात्रियों की नाराजगी की एक वजह यह भी थी कि कंपनी का स्टाफ अपनी गलती मानने की बजाय यह कह रहा था कि आप देर से एयरपोर्ट आए हैं।
जेट एयरवेज ने इस घटना की पुष्टि की है। उसकी ओर से कहा गया, ”बारात के सदस्य लोगों ने एयरलाइन के ऑफर को स्वीकार करने से मना कर दिया और बाकी साथियों के साथ मिलकर फ्लाइट को रोके रखा। इससे उपद्रवी स्थिति बन गई जिससे फ्लाइट 90 मिनट लेट हो गई। साथ ही विमान में बैठे बाकी लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ी।” डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन(डीजीसीए) के नियमों के अनुसार फ्लाइट के उड़ने से 45 मिनट पहले चेक इन काउंटर बंद हो जाते हैं।
इस मामले पर जेट एयरवेज के रीजनल मैनेजर सैय्यद कुमैल ने कहा है कि कभी-कभी तकनीकी कारण से ओवर बुकिंग हो जाती है। बचे हुए यात्रियों के लिए हमने वैकल्पिक इंतजाम कर लिए थे। मुंबई एयरपोर्ट पर हंगामा हुआ या नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है।