पाकिस्तानी सशस्त्र सेनाओं के प्रवक्ता मेजर जनरल ऑसिफ गफूर ने अपने आधाकारिक ट्विटर हैंडल @OfficialDGISPR से इसे ट्वीट भी किया है। 5 फरवरी को किए गए इस ट्वीट में गाने के विडियो के साथ संयुक्त राष्ट्र के रेजोलूशन के मुताबिक कश्मीर को आत्मनिर्णय का अधिकार देने का समर्थन किया गया है।
पाकिस्तान 1990 के बाद से ही 5 फरवरी को ‘कश्मीर डे’ के रूप में मना रहा है। इस विडियो में कश्मीर में हिंसा और पत्थरबाजी के दृश्यों का इस्तेमाल किया गया है। इस विडियो में उर्दू में पंक्तियां हैं जिसमें एक का मतलब है कि ‘तुम मेरी आंख छीन सकते हो, लेकिन तुम मुझसे मेरे सपनों को कैसे छीनोगे?’
इस गाने के खिलाफ कई कश्मीरियों ने ट्विटर पर विरोध दर्ज किया है। एसएसपी बारामुला इम्तियाज हुसैन ने पाकिस्तान मिलिटरी पर गुस्सा जताया है कि वह पत्थरबाजी को महिमामंडित कर रही है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘पाकिस्तान चाहता है कि कश्मीर में उनके प्रॉक्सी वॉर में लड़ते हुए हमारे बच्चें मारे जाएं।’