विदेशी नीति पर शरीफ को घेरते हुए शेरी रहमान बोलीं, ”अमेरिका उनका दोस्त है। उन्होंने वहां पर सैन्य बेस बनाना शुरू कर दिया। अफगानिस्तान पहले से ही हमें दोष दे रहा है। ताकतवर देशों में कोई भी हमारे साथ नहीं है। पाकिस्तान का बचाव कौन कर रहा है? यह हमारी संसद कर रही है। हमारी सेना दुनिया में आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ी लड़ाई लड़ रही है। लेकिन इस बारे में कोई नहीं जानता। दरअसल, यह हमारी कूटनीति की विफलता है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सेना ने अपना पक्ष रखा। लाइन ऑफ कंट्रोल पर पत्रकारों को ले गए। आपने क्या किया?”
इससे पहले हाफिज सर्इद के खिलाफ भी पाकिस्तान संसद में आवाज उठी थी। पीएमएल-एन के सांसद राणा मोहम्मद अफजल ने कहा, “वो ( फ्रांसीसी थिंक टैंक) मुझसे बार-बार हाफिज सईद के बारे में पूछ रहे थे और मुझे पाकिस्तान और कश्मीर में उसकी भूमिका का समर्थन करने में दिक्कत हो रही थी। मुझे हैरत है कि पाकिस्तान में अपने 25 साल के राजनीतिक करियर में मैंने उसे कभी नहीं देखा लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके बारे में काफी चर्चा है। हाफिज सईद हमारे लिए कौन से अंडे दे रहा है जो हम उसे पाल रहे हैं।”