नई दिल्ली। तेलुगू फिल्म स्टार एवं जन सेना पार्टी के संस्थापक पवन कल्याण ने शनिवार(27 अगस्त) को नरेंद्र मोदी सरकार को चेतावनी दी कि वह आंध्र प्रदेश के लोगों के ‘‘धर्य एवं सहिष्णुता’’ की और परीक्षा नहीं लें और मांग की कि वादा किया गया विशेष दर्जा तुरंत प्रदान किया जाए।
कल्याण ने जोर देकर कहा कि हम थक गए हैं और परेशान हो गए हैं। कृपया हमारे धर्य की परीक्षा नहीं लें और असहिष्णुता नहीं उत्पन्न करें। विशेष दर्जा हमारा अधिकार है और इसे किसी भी कीमत पर प्रदान किया जाना चाहिए। उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाया कि वह गौरक्षा के नाम पर विशेष दर्जा के मुद्दे को ‘‘भटका’’ रहा है।
तेलुगू स्टार ने कहा कि ‘‘आप गौरक्षा के बारे में सोच रहे हैं। मेरे (परिसर में) 15 गायें हैं। गौरक्षा का मुद्दा उठाकर आप केवल महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटका रहे हैं।’’ उन्होंने दो वर्ष से अधिक समय बाद आयोजित अपनी पहली सभा में कहा कि ‘‘हम लड़ेंगे। जीतने तक लड़ेंगे।’’ उन्होंने सीमांध्र के लोगों को किसी न किसी बहाने ‘‘धोखा’’ देने का प्रयास करने और राज्य को विशेष दर्जा देने से इनकार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय मंत्रियों अरूण जेटली और एम वेंकैया नायडू पर निशाना साधा।
कल्याण ने कहा कि मोदी जी, आपने (2014 के चुनाव अभियान के दौरान) कहा था कि कांग्रेस ने मां (आंध्र प्रदेश) की हत्या की और एक नये बच्चे (तेलंगाना) को जन्म दिया। अब आप मां का अंतिम संस्कार करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘मेरे मन में आपके लिए सम्मान है, लेकिन उतना भी नहीं कि मैं सीमांध्र के लोगों के स्वाभिमान को गिरवी रख दूं।’’
उन्होंने जेटली और नायडू पर विशेष दर्जा पर विरोधाभासी दावों को लेकर हमला बोला और कहा कि ‘‘जेटली कहते हैं कि गत दो वर्षों में आंध्र प्रदेश को कई वित्तीय अनुदान जारी किये गए, जबकि वेंकैया नायडू कहते हैं कि विशेष दर्जा कोई रामबाण नहीं है। हम इन सबसे थक गए हैं।’’ कल्याण ने मांग कि तेदेपा यदि भाजपा द्वारा वादा किये गए विशेष दर्जे के लिए लड़कर उसे हासिल नहीं कर सकती तो वह केंद्र की राजग सरकार से बाहर आ जाए।
कल्याण ने भाजपा में शामिल होने से इनकार किया और जोर देकर कहा कि उनका संगठन ‘‘तेलुगू लोगों’’ के लिए है। उन्होंने कहा कि ‘‘मैं नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में शामिल हुआ था। उनके प्रधानमंत्री बनने के कुछ महीने बाद भाजपा अध्यक्ष हैदराबाद आए और हमारी मुलाकात हुई।
इस मुलाकात में भाजपा अध्यक्ष ने मुझसे कहा कि क्षेत्रीय दलों का कोई भविष्य नहीं है और इसलिए वह चाहते थे कि मैं भाजपा में शामिल हो जाऊं। मैंने उनसे स्पष्ट रूप से कहा कि जनसेना की स्थापना तेलुगू लोगों के लिए हुई है। यद्यपि यह एक क्षेत्रीय पार्टी है, लेकिन इसका दृष्टिकोण राष्ट्रवादी है। कल्याण की जुबान यद्यपि फिसल गई और उन्होंने अमित शाह को सतीश शाह कहा।