मुस्लिम चैनल होने की वजह से PEACE TV बैन, आत्मघाती हमला सही: जाकिर नाइक

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ढाका हमले के बाद विवादों में घिरे इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक ने सऊदी अरब के शहर मदीना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीडिया से बात की। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जाकिर नाईक ने कहा कि युद्ध के दौरान फिदायीन हमला जायज़ है। एबीपी न्यूज की खबर के मुताबिक जाकिर नाईक ने कहा, “निर्दोष लोगों की हत्या इस्लाम में हराम है। लेकिन युद्ध के दौरान कमाडर के आदेश पर आत्मघाती हमला जायज़ है।”

 

आतंकवाद के समर्थन के आरोप पर जाकिर नाईक ने अपनी सफाई में कहा, “मैं शांति का दूत हूं और दुनिया के किसी भी हिस्से में मासूमों के कत्ल की निंदा करता हूं.” इस मौके पर जाकिर नाईक ने आज के फ्रांस हमले की भी निंदा की।

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इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जाकिर नाईक ने न सिर्फ अपनी सफाई दी, बल्कि मौका निकालते हुए भारतीय मीडिया पर ये आरोप मढ़ा कि उनका मीडिया ट्रायल हो रहा है। हालांकि, जब जाकिर नाईक से पूछा गया कि वे बताएं कि इस देश में मुसलमानों की स्थिति क्या है? कितने मुसलमान पढ़े लिखे हैं और कितने मुसलमान ऊंचे पदों पर हैं, तो जाकिर नाईक इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए।

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आपको बता दें कि एक जुलाई को बाग्लादेश की राजधानी ढाका के एक रेस्टोरेंट पर आत्मघाती हमला हुआ था। जिसका एक हमला जाकिर नाईक से प्रेरित था। इसके बाद से ही जाकिर नाईक मीडिया से भाग रहे थे और आज उन्होंने अपना पक्ष रखा। महाराष्ट्र में शिवसेना ने जाकिर नाईक की गिरफ्तारी की मांग की है। अब तक जाकिर नाईक के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं हुआ है।

 

‘आजतक’ ने जब जाकिर नाइक से सवाल किया कि अगर उनके भाषण भड़काउ नहीं है तो पीस टीवी पर सरकार ने बैन क्यों लगाया है तो नाइक ने जवाब दिया कि पीस टीवी कानूनी सैटेलाइट चैनल है। मैंने लाइसेंस का आवेदन दिया था। प्रसारण की अर्जी बिना बताए खारिज कर दी गई। जाकिर ने कहा कि ‘मैं भी पूछना चाहूंगा कि क्यों पीस टीवी को बैन किया गया। मुझे गोपनीयता के आधार पर कारण नहीं बताया गया। जाकिर ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाया और कहा कि मुस्लिम चैनल होने के कारण पीस टीवी को बैन किया गया।’

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