नई दिल्ली। रविवार(18 सितंबर) तड़के कश्मीर में सीमा से सटे उरी में आतंकियों ने आर्मी कैंप पर खौफनाक हमला कर दिया। जिसकी वजह से 17 सैनिक शहीद हो गए और 20 गंभीर रूप से जख्मी हैं। इस हमले को लेकर देश के आम जनता से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक गुस्से में हैं। यही वजह है कि रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को भी पीएम मोदी के गुस्से का शिकार होना पड़ा।
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी ने रक्षा मंत्री को सख्त संदेश दिया है कि उन्हें सीमा पर चल रहे घटनाक्रम में अपनी भूमिका बढ़ानी होगी। खबर है कि पीएम ने पर्रिकर से कहा है कि वे अपने गृह राज्य गोवा के बजाय सीमा पर हो रही घटनाओं पर ज्यादा ध्यान दें।
रिपोर्ट के मुताबिक, ”यह आतंकी हमला यदि देश के अंदर एक अंदरुनी आतंकी हमला होता तो निसंदेह गृह मंत्री की भूमिका बढ़ जाती, लेकिन उरी सीमा पर स्थित है और वहां पर हमला घुसपैठियों के कारण हुआ। जिस कारण यह रक्षामंत्री के दायरे में आता है।”
दरअसल, जब उरी हमला हुआ तो रक्षा मंत्री पर्रिकर अपने गृह गोवा में थे। घटना की सूचना मिलने के बाद वे दिल्ली लौटे और वहां से श्रीनगर रवाना हुआ। श्रीनगर जाकर उन्होंने घायल सैनिकों का हालचाल जाना और दिल्ली आकर पीएम मोदी को रिपोर्ट किया। उरी हमले को लेकर क्या कदम उठाए जा सकते हैं इस बारे में पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल सहित वरिष्ठ अधिकारियों से राय मांगी है।
आम आदमी पार्टी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर पिछले कुछ महीनों से हर सप्ताह गोवा जा रहे हैं। यही नहीं इस दौरान वे आम सभाओं को संबोधित भी कर रहे हैं। साथ ही संदेश दे रहे हैं कि विधानसभा चुनावों में जिम्मा उनके पास ही रहेगा। गोवा में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं।