विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी राष्ट्रपति भवन में प्रचंड से मिलीं। प्रचंड पिछले माह ही दूसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री चुने गए हैं। स्वरूप ने प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री प्रचंड की हाथ मिलाने वाली तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘एक खास संबंध में नई उर्जा डालते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड का स्वागत किया।’’ कल सरकार ने कहा कि नेपाल के संविधान निर्माण की प्रक्रिया एक ‘‘आंतरिक मुद्दा’’ है, जिसपर नेपाली नागरिक फैसला करेंगे और भारत कभी भी ‘‘आदेश देने वाला’’ नहीं रहा।
इस अवसर पर नेपाली मूल के लोगों को संबोधित करते हुए प्रचंड ने कहा कि उनके नेतृत्व वाली नई सरकार का प्रमुख ध्यान संविधान को लागू करने से पहले ‘सही माहौल’ बनाने पर और जरूरी संशोधन का मार्ग प्रशस्त करने पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा था, ‘‘जब तक हम थारू, मधेसी और जनजाति के लोगों को विश्वास में नहीं लेते और उनकी वैध मांगों पर गौर नहीं करते, तब तक नए संविधान को लागू करने का माहौल नहीं बनाया जा सकता।’’
वीडियो में देखिए – नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड के साथ मंच साझा करते पीएम नरेन्द्र मोदी।