कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी नेतृत्व द्वारा तय 75 साल उम्र सीमा पार कर चुके नेता कलराज मिश्र भी सरकार से विदा हो सकते हैं। नये मंत्रियों के तौर पर हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के नेताओं को तवज्जो दी जा सकती है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों में शिवराज सिंह चौहान, वसुंधरा राजे और रमन सिंह से कम से कम किसी एक को केंद्र में लाया जा सकता है।
बीजेपी के सूत्र कहते हैं कि किसी मुख्यमंत्री को केंद्र में मंत्री बनाना कोई नयी बात नहीं है। आखिर पर्रिकर को भी तो गोवा से लाया ही गया था। फिर वसुंधरा राजे और रमन सिंह तो प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह भी चुके हैं। उन्हें इसका अनुभव है। रमन सिंह वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री रहे हैं, जबकि वसुंधरा राजे विदेश राज्य मंत्री का पद संभाल चुकी हैं।
सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट फेरबदल में कुछ नए चेहरे को मौका मिल सकता है, तो कुछ का प्रमोशन भी हो सकता है। इससे पहले मोदी सरकार ने पिछले साल जुलाई में कैबिनेट का विस्तार किया था। उस फेरबदल में मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी को कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी और प्रकाश जावेड़कर को एचआरडी मिनस्टर बनाया गया था। मोदी सरकार मई 2017 में तीन साल पूरा करने जा रही है। ऐसे में ये फेरबदल अहम माने जा रहे हैं।