दिल्ली: कल लोकसभा में अपने भाषण से विपक्षियों को चुप कराने वाले मोदी आज राज्यसभा में भी विरोधियों को जमकर निशाने पर लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में बुधवार को अपने भाषण की शुरुआत नोटबंदी के मुद्दे से की. राष्ट्रपति के भाषण पर पीएम मोदी ने जवाब देते हुए माना की नोटबंदी से कुछ परेशानी तो हुई है लेकिन नोटबंदी का ये किसी को परेशान करने के लिए नहीं उठाया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत ये कहते हुए की कि ज्यादातर जो चर्चा रही है वो नोटबंदी के आसपास हो रही है। इस बात से हम इनकार नहीं कर सकते, इससे काफी परेशानी हुई। लेकिन ये कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं है। ये राजनीतिक दल को परेशान करने का कारण नहीं है। इस सदन में हम सबका दायित्व बनता है कि इसके खिलाफ जो भी संविधान की मर्यादा हो करना चाहिए।
ये भी सही है कि पैरलल इकोनॉमी के कारण सबसे ज्यादा गरीब का नुकसान हुआ, मध्यम वर्ग का शोषण होता है। पहले भी इससे जुड़े प्रयास हुए होंगे, हमने नोटबंदी इसलिए लागू की क्योंकि कब तक इन समस्याओं को लेकर आगे बढ़ेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के हंगामे के बीचे कहा कि नोटबंदी ईमानदार लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए की गई। नोटबंदी का लाभ ईमानदार लोगों को मिलेगा। इस बीच उन्होंने जाली नोट की चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद, नक्सलवाद को बढ़ावा देने में जाली नोट का उपयोग होता है।