आज से पीएम नरेंद्र मोदी दो दिन के गुजरात दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरान कच्छ में मोदी दो कार्यक्रमों में शरीक होंगे। पीएम मोदी के स्वागत के लिए पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल भी तैयार हैं। कल ही हार्दिक पटेल ने अपने पचास सहयोगियों के साथ मुंडन कराया और न्याय मार्च के जरिए अपने इरादे जता दिए हैं।
हार्दिक ने कहा, “पास के 50 सदस्यों के साथ मैंने इस सरकार द्वारा हमारे समुदाय के सदस्यों पर पिछले दो वर्षों में किए गए अत्याचार को उजागर करने के लिए अपना सिर मुंड़वाने का फैसला किया। अब हम न्याय मांगने के लिए न्याय यात्रा पर निकल रहे हैं।” बोटाड से शुरू हुआ मार्च तकरीबन 50 गांवों से होकर गुजरेगा और पड़ोसी भावनगर शहर में खत्म होगा
हार्दिक पटेल का कहना है कि प्रधानमंत्री ने जिस सोनी योजना की शुरुआत एक महीने पहले की थी, उसी योजना में आज पानी नहीं है। वहार्दिक ने आरोप लगाया कि बीजेपी ओर प्रधानमंत्री सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करते हैं हालांकि सच्चाई वहां कुछ ओर होती है। इसी लिये बोटाद में उसी जगह मुंडन करवाया है जहां प्रधानमंत्री पिछली बार आए थे। प्रधानमंत्री दो दिन के दौरे पर सोमवार को गुजरात आ रहे हैं। यहां वह कच्छ के भचाउ ओर गांधीधाम में कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। मंगलवार को पीएम मोदी गांधीनगर आयेंगे और अफ्रिकन बैंक के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
हार्दिक पटेल का आरोप है कि पाटीदार युवाओं पर 2015 के आंदोलन के दौरान हुई ज्यादतियों की जांच के लिए सरकार सक्रिय नहीं है। साथ ही भावनगर के मांडवी हत्याकांड और अन्य घटनाओं में भी जांच सही दिशा में नहीं हो रही है। ऐसे में दोबारा राज्य में पाटीदार आंदोलन को तेज करने के प्रयास में उन्होंने न्याय यात्रा निकाली है। इसी साल गुजरात में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे माहौल में पाटीदार आंदोलन पर सबकी नजरें हैं और पाटीदार भी चुनाव के वक्त अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की तैयारी कर रहे हैं।
इस साल के आखिर में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं। ये सारी तैयारी चुनावों के मद्देनजर पाटीदारों को फिर से इकट्ठा करने के लिए की जा रही है। पाटीदार समाज बीजेपी को वोटर रहा है ऐसे में पाटीदारों का खिसकना मोदी के गृहराज्य में बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले हार्दिक ने गुजरात में फिर से आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन शुरू करने की घोषणा की थी और कहा था कि उनका मुख्य लक्ष्य आगामी विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा को हराना है।