राहुल गांधी ने दलितों और पिछड़ों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक में कहा था कि पार्टी को दलितों और पिछड़ों को अपने पाले में करने की जरूरत है, राष्ट्रवादी पहले से ही उनके साथ हैं। राहुल गांधी ने आश्चर्य जताया कि क्या प्रधानमंत्री दलितों और पिछड़ों को राष्ट्रवादी नहीं मानते। राहुल गांधी ने अंग्रेजी अख़बार द इंडियन एक्सप्रेस की खबर का लिंक शेयर करते हुए ट्वीट किया, ”मोदीजी, तो अब दलित और पिछड़े राष्ट्रवादी नहीं हैं?” मंगलवार को बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा था कि बीजेपी की ‘राष्ट्रवादी’ पहचान को कमजोर किए बिना पार्टी को दलितों और पिछड़ों को अपने पक्ष में करने की जरूरत है। रिपोर्ट थी कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि राष्ट्रवादी भाजपा के साथ हैं और पार्टी को अब दलितों और पिछड़ी जातियों को साथ लाना है।
So now 'Dalits' and 'Backwards' are not Nationalists Modiji? https://t.co/FyakFqMSJR
— Office of RG (@OfficeOfRG) August 24, 2016
भाजपा अगले साल पांच राज्यों में होने वाले चुनावों, जिनमें उत्तर प्रदेश और पंजाब भी शामिल है, के लिए दलितों को लुभाने की कोशिश कर रही है। मोदी ने अपनी पार्टी के नेताओं को वेताया कि अाने वाले चुनावों में ‘एंटी इनकम्बेंसी’ फैक्टर रहेगा और पार्टी को इसे हराने के लिए रास्ते ढूंढ़ने चाहिए। जब मोदी बोल रहे थे, मंच पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, राम लाल और अरुण जेटली जैसे वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
बंद दरवाजे के पीछे हुई बैठक में हिस्सा लेने वाले कई वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि यह साफ था कि मोदी दूसरे कार्यकाल के बारे में सोच रहे हैं। बैठक में हिस्सा लेने वाले एक सदस्य ने कहा, ”उन्होंने साफ किया कि क्यों इस देश को कम से कम 30 सालों तक एक राष्ट्रवादी पार्टी की जरूरत है नहीं तो देश कमजोर हो जाएगा।”
































































