हाल में ट्रेनों के पटरियों से उतरने की घटनाओं में वृद्धि पर गंभीर चिंता जताते हुए प्रभु ने महाप्रबंधकों, बोर्ड के सदस्यों, सुरक्षा विशेषज्ञों और रेलवे पीएसयू के साथ कई बैठकें कीं और ट्रेन के पटरी से उतरने की घटनाओं को रोकने के लिए अल्पकालिक और मध्यावधि कार्य योजना की मांग की।
रेलवे बोर्ड के सदस्यों की मौजूदगी में प्रभु ने कथित तौर पर विभिन्न जोनों के महाप्रबंधकों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि अगर वे प्रबंधन करने में सक्षम नहीं हैं तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए या उन्हें तत्काल बदल दिया जाएगा। सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस ट्रेन के 15 डिब्बों के पटरी से उतरने की घटना में कम से कम 62 यात्री घायल हो गए थे। यह घटना ट्रेन के कानपुर ग्रामीण जिले में रूरा रेलवे स्टेशन के निकट बुधवार को एक पुल को पार करने के दौरान हुई थी।