रेल हादसे से गुस्साए रेल मंत्री ने अधिकारियों से कहा: या तो कदम उठाएं या जिम्मेदारी छोड़ दें

1
रेलमंत्री
Prev1 of 3
Use your ← → (arrow) keys to browse

दिल्ली: लगातार दो दिन में दो ट्रेनों के पटरी से उतरने के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को जोनल हेड और बोर्ड सदस्यों से सख्त लहजे में आज कहा कि वे या तो कदम उठाएं या जिम्मेदारी छोड़ दें। रेलमंत्री ने इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए तकनीकी समाधानों के लिए जापान और कोरिया के दरवाजे खटखटाए।

इसे भी पढ़िए :  मोदी सरकार भगवंत मान की जासूसी करवा रही है: आशुतोष

रेलवे के सारे शीर्ष प्रबंधन के साथ दिनभर चली मैराथन बैठक के दौरान यह भी फैसला किया गया कि सभी मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों में कम से कम एक अधिकारी होगा, जो अगले 10 दिन तक व्यापक निरीक्षण के लिए रात के समय लोकोमोटिव पर यात्रा करेंगे और सुरक्षा तंत्र में कमियों के बारे में रिपोर्ट देंगे।

इसे भी पढ़िए :  नाइक के एनजीओ को लाइसेंस देने के मामले में गृह मंत्रालय के चार अधिकारी सस्पेंड

सभी एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों में एक अधिकारी की तैनाती मौजूदा कार्यक्रम और विभिन्न स्तरों पर निरीक्षण के अतिरिक्त होगी।

इसे भी पढ़िए :  महंगी होती ट्रेन, बढ़ते रेल हादसे... कैसे पूरा होगा बुलेट ट्रेन का सपना? आखिरी सफर का जिम्मेदार कौन?
Prev1 of 3
Use your ← → (arrow) keys to browse