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मनदीप सिंह छह महीने पहले छुट्टी बिता कर गया था और दिवाली पर उसे छुट्टी आना था, लेकिन सरहद पर तनाव के चलते उसकी छुट्टियां रद्द हो गई।

शहीद की पत्नी प्रेरणा ने बताया कि मनदीप कभी भी बॉर्डर से जुड़ी कोई जानकारी उसे नहीं बताता था। वे कहते थे कि तुम टैंशन लोगी इसलिए उन्होंने अपनी पोस्टिंग तक की जानकारी उसे नहीं दे रखी थी। पति को खो देने के बाद प्रेरणा का कहना है कि पाकिस्तान को एक बार में खत्म कर देना चाहिए। भारत को उसे एक बार समझा देना चाहिए नहीं समझे तो खत्म कर देना चाहिए। कम से कम एक बार फैसला हो जाए, हर रोज किसी की दिवाली तो काली नहीं होगी।

दुश्मन ने जिस बरबरता से मनदीप की जान ली। मनदीप के भाई ने सेना से कहा है कि मेरे भाई के कातिलों को इससे भी बुरी मौत देना, मुझे अपने भाई के सिर के बदले दुश्मन का सिर देना। तभी मेरे भाई की शहादत काम आएगी।
मंदीप के भाई विजय सिंह ने बताया कि रात 12 बजे के बाद चंडीगढ़ से तीन अधिकारी आए थे उन्होंने बताया कि मनदीप सिंह शहीद हो गए है। ये खबर सुनते ही उनके पैरों तले से ज़मीन खिसक गई और रात में ही पूरे गांव में मातम छा गया।
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