भारत-पाकिस्तान सीमा पर रोज हो रही सीमापार से गोलीबारी और सीजफायर उल्लंघन के मद्देनजर भारतीय नौसेना ने अगले सप्ताह से अरब सागर में मेगा युद्धाभ्यास की रणनीति बनाई है। माना जा रहा है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहे, इसके लिए यह मेगा ड्रिल आयोजित किया जा रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, भारतीय वायु सेना और आर्मी को पहले से ही अलर्ट पर रखा गया है और उसे किसी भी तरह की समस्या से निपटने के लिए उच्च स्तर पर तैयार रहने को कहा गया है। अब नौ सेना को भी ऐक्शन में आने को कहा गया है। नेवी की पश्चिमी लहर यानी वेस्टर्न वेभ, इसी सिलसिले में अरब सागर में युद्धाभ्यास करेगी।
रक्षा सूत्रों ने बताया कि 40 से अधिक युद्धपोत, पनडुब्बी, समुद्री लड़ाकू जेट विमान, गश्ती विमान और ड्रोन गहन युद्धाभ्यास के लिए पश्चिमी समुद्र तट पर एकत्र होने शुरू हो गए हैं। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही रक्षा मंत्रालय ने तीन रक्षा उप प्रमुखों को भी आपातकालीन आर्थिक शक्तियां दी थीं और एक प्रॉक्योरमेंट कमेटी बनाई थी। इनमें लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत, एयर मार्शल बी एस धानोआ और वाइस एडमिरल के बी सिंह शामिल हैं।
रक्षा सूत्रों ने बताया कि भारतीय रक्षा अधिकारियों को आशंका है कि पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल राहिल शरीफ बॉर्डर एक्शन टीम या आतंकियों के जरिए भारतीय सरजमीं पर कुछ गड़बड़ी फैला सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि जनरल शरीफ नवंबर के आखिर तक यानी अपनी रिटायरमेंट तक भारत-पाक सीमा पर तनाव बरकरार रखना चाहता है। सूत्र बताते हैं कि जनरल शरीफ इसके जरिए नवाज शरीफ सरकार पर दबाव बनाकर अपना सेवा विस्तार लेने की कोशिश में हैं। शायद इसलिए पाकिस्तान की तरफ से हाल के दिनों में सीजफायर उल्लंघन और सीमा पर तनाव की अधिक घटनाएं सामने आने लगी हैं।