दिल्ली
अस्पताल से छुट्टी मिलने के तुरंत बाद सोनिया गांधी फिर से एक्टिव हो गई है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ‘‘सहानुभूति, सह-अस्तित्व और समावेशी विकास’’ के सिद्धांतों को भारतीय समाज की अमिट खूबियों के तौर पर पुनर्जीवित करने के लिए आज एक राष्ट्रीय आंदोलन का आह्वान किया।
स्वतंत्रता दिवस की 70वीं वषर्गांठ की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में उन्होंने प्रत्येक नागरिक से स्वतंत्रता और समानता के मूल्यों की रक्षा और संरक्षण करने का महत्वपूर्ण दायित्व निभाने की अपील की।
भारत को एक महान देश के रूप में संगठित करने के लिए स्वतंत्रता संग्राम में महान क्रांतिकारियों के संघर्ष को याद करते हुए गांधी ने कहा, ‘‘सत्य एवं अहिंसा के सिद्घांतों ने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी और इसके साथ-साथ पूरी दुनिया में कई स्वाधीनता आंदोलनों को प्रेरणा भी दी।’’ उन्होंने कहा कि आज़ादी की लड़ाई में देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर आधुनिक भारत का निर्माण किया। राष्ट्रनिर्माण में किसानों, मजदूरों, कारोबारियों, वैज्ञानिकों, अध्यापकों एवं विचारकों के योगदान का उल्लेख करते हुए उन्होंने देश के सैनिकों की कुर्बानी व निस्वार्थ सेवा का विशेष तौर से स्मरण किया। उन्होंने ने कहा कि देश की अखंडता बनाए रखने में हमारे सैनिकों व सशस्त्र सेनाओं का बलिदान अमूल्य है।