दिल्ली
अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के फैसले के बाद विवादित क्षेत्र में अपने दावे पर जोर देने के प्रयास के लिए आज चीन ने सैन्य अभ्यास के लिए दक्षिण चीन सागर के एक हिस्से को आज बंद करने का एलान किया।
सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की वायुसेना ने हाल ही में एससीएस में बमवषर्क विमानों के साथ लड़ाकू विमानों की गश्त लगाई है।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार पीएलए वायुसेना के प्रवक्ता शेन जिंके ने कहा कि पीएलए ने बमवषर्क विमानों और अन्य विमानों, स्काउट एवं टैंकर को उस क्षेत्र में भेजा था। उन्होंने कहा कि वायुसेना का मकसद समुद्र के उपर लड़ाकू विमानों का अभ्यास, सुरक्षा खतरों से निपटने की क्षमता में सुधार और चीन की संप्रभुता एवं सुरक्षा की रक्षा करना शामिल है।
चीने के हैनान के समुद्री प्रशासन ने कहा कि द्वीप के दक्षिणपूर्व इलाके को सोमवार से गुरूवार तक बंद किया जाएगा।
यह घोषणा ऐसे वक्त में हुई है जब अमेरिकी नौसेना के शीर्ष एडमिरल दक्षिण चीन सागर विवाद पर चर्चा और दोनों सेनाओं के संवाद बढ़ाने के लिए चीन के तीन दिन के दौरे पर हैं। नौसैन्य अभियान के प्रमुख एडम जॉन रिचर्डसन ने बीजिंग और बंदरगाह का शहर क्वींदाओ की यात्रा की। वह अपने दौरे के दौरान चीन के नौसैन्य कमांडर एडमिरल वू शेंगली के साथ वार्ता कर रहे हैं।
हम आपको बता दें कि चीन ने पिछले मंगलवार को फिलीपीन द्वारा शुरू किये गए मामले में हेग स्थित स्थायी मध्यस्थता अदालत के फैसले को मानने से इंकार कर दिया था और मध्यस्थता में शामिल होने से भी इंकार कर दिया था।