यूपी के लखनऊ में आतंकियों के खिलाफ जारी ऑपरेशन खत्म हो गया है। यूपी एटीएस ने ISIS आतंकी सैफुल्लाह को मार गिराया है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने इस बात की पुष्टि की है। पुलिस के मुताबिक आतंकी को जिंदा पकड़ने की हर मुमकिन कोशिश कर चुके थे। एटीएस के आईजी ने बताया कि पहले कैमरों में देखने पर ऐसा लग रहा था कि वहां दो आतंकी छिपे हैं, लेकिन अंदर एक ही आतंकी छिपा था। पुलिस अब घर में तलाशी अभियान चला रही है। यूपी एटीएस के मुताबिक आतंकी सैफुल्लाह ISIS के खुरासन माड्यूल का सदस्य था।
पहले ट्रेन में विस्फोट, फिर इससे जुड़े संदिग्धों की गिरफ्तारी, और अंत में लखनऊ में मुठभेड़ दरअसल उत्तर प्रदेश में आखिरी दौर के चुनाव से एक दिन पहले इस्लामिक स्टेट (आईएस) की बड़ी साजिश थी। इसे मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश पुलिस की सतर्कता ने नाकाम कर दिया।
खुफिया सूचना पर कार्रवाई
भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में मंगलवार सुबह हुए धमाके में एमपी पुलिस ने होशंगाबाद के पिपरिया से तीन संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा। इनसे मिली जानकारी यूपी पुलिस से साझा की गई। इस आधार पर कानपुर से दो आईएस संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। इनकी सूचना पर एटीएस ने लखनऊ के काकोरी स्थित हाजी कॉलोनी में आतंकियों की घेराबंदी की।
मर जाउंगा लेकिन सरेंडर नहीं करूंगा
घिरता देख आतंकियों ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और दोनों ओर से रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही। आतंकी को जिंदा पकड़ने के लिए एटीएस ने अपना अभियान लंबा खींचा। एनकाउंटर के दौरान एटीएस की टीम ने आतंकी से सरेंडर करने को कहा तो उसने मना कर दिया। एटीएस आतंकी को बाहर निकालने के लिए मिर्ची बम का भी इस्तेमाल किया। आतंकी के पास काफी मात्रा में हथियार मिले हैं। देर रात कमांडों ने गैसकटर से छत में छेद किए और घर में प्रवेश किया। इसके बाद एनकाउंटर में आतंकी मारा गया।