रविवार तड़के जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हो गए। हमले में आठ जवान गंभीर रूप से घायल भी हैं। हमले के बाद से इलाके में सर्च ऑपरेशन चल रहा था जिसे सेना ने पूरा होने का भी ऐलान कर दिया। सैन्य अभियान के महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई कब और कहां होगी, इसका फैसला हम करेंगे।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने श्रीनगर दौरे से लौटते ही सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हमले की रिपोर्ट सौंपी है, जिसके बाद पीएम ने हाईलेवल मीटिंग की। इस बैठक में तय हुआ कि पड़ोसी के प्रति अब आक्रामक रुख अपनाए जाने की जरूरत है। सूत्रों के मुताबिक सरकार अब सीमा पार की नापाक कार्रवाई का हथियारों से जवाब दे सकती है। पीएम के साथ मीटिंग में तय हुई रणनीति के तहत हमले के मास्टरमाइंड पर भी वार की तैयारी है। जबकि अंतरराष्ट्रीय मंच पर यूएन में भी भारत पाकिस्तान को घेरने की फिराक में है।
फ्रांस ने की कड़ी निंदा
फ्रांस ने भी उरी हमले की कड़ी निंदा की है। फ्रांस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है। उसने इसके साथ ही कश्मीर में शांति की जरूरत पर भी बल दिया है।
आतंकी हमले में जवानों की मौत के बाद देशभर में आक्रोश है। जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए अलग-अलग शहरों में प्रदर्शन भी किए गए।