2- एटीएमों को निर्गत पैसे की हेराफेरी
8 नवंबर के बाद दो दिन तक एटीएम बंद रहे। इस दौरान कुछ एटीएमों को नए नोटों के अनुकूल बनाया गया तो कई यूं ही डेड पड़े रहे। अब ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स अधिकारियों की जांच में पाया गया है कि इन एटीएमों के लिए निर्गत नए नोटों से काला धन सफेद किया गया। इसके लिए बैंक अधिकारियों ने एटीएमों की सुरक्षा और सेवा के लिए जिम्मेदार बाहरी एजेंसियों को मिला लिया।
कैसे किया?
पैसे जब खत्म हो जाते हैं तो एटीएम खुद-ब-खुद इसका संदेश बैंक को देते हैं। जिन एटीएमों का गलत इस्तेमाल हुआ, वो पैसे खत्म होने के बाद बंद कर दिए गए और जो पैसे इनके लिए निर्गत हुए, उन्हें काले धनवालों तक पहुंचा दिया गया।
उदाहरण
सीबीआई जांच में पाया गया कि धनलक्ष्मी बैंक के 31 एटीएमों में डाले जाने के लिए 1.30 करोड़ रुपये के नए नोट जारी किए गए थे, लेकिन ये पैसे कर्नाटक सरकार के अधिकारियों एससी जयचंद्र, चंद्रकांत रामलिंगम और उनके सहयोगियों के पास पहुंच गए। अब इन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।
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