कश्मीर के नौगांव में मंगलवार को पाकिस्तानी आतंकियों से मुकाबला करते हुए सेना की डोगरा यूनिट के हवलदार मदन लाल शर्मा शहीद हो गए थे। पूरे सैन्य सम्मान के साथ भारत मां के शहीद बेटे का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया।
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तिरंगे में लिपटा हुआ शहीद का शरीर जब गांव पहुंचा तो वहां पर मौजूद हजारों की संख्या में लोगों की आंखें नम हो गई और पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। हाथों में तिरंगा पकड़े लोगों के पाकिस्तान मुर्दाबाद और भारतीय सेना जिंदाबाद व शहीद मदन लाल अमर रहे के नारों से गूंज उठा। 80 वर्षीय मां धर्मों देवी ने निराश होकर अपने शहीद बेटे की अर्थी को कंधा दिया, शहीद की पत्नी भावना शर्मा पांच वर्षीय बेटी श्वेता और ढाई वर्ष का बेटा कन्नव भी शहीद पिता की अतिंम यात्रा में शामिल रहे।
शहीद की मां ने अपने बेटे की महानता को समझते हुए उसकी अर्थी को कंधा देकर देश के सामने संदेश दिया कि बेटे की कर्तव्य पारायणता उसके लिए सबसे अहम है। सेना की 2 डोगरा रेजीमेंट के जवानों ने हवाई फायर करने के बाद शस्त्र उलटे कर मातमी बिगुल धुन के साथ शहीद को सलामी दी।
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