एडीबी के अनुसार दक्षिण एशिया क्षेत्र का गतिशील हिस्सा है और इस साल वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है जबकि पहले इसके 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था। दक्षिण एशिया की वृद्धि दर 2017 में 7.3 प्रतिशत रहने की संभावना है। चीन के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत जबकि 2017 में इसके 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
गौरतलब है कि नोटबंदी के एलान के बाद से भारत में बाजार में सुस्ती है। नोटों की कमी के चलते खरीदारी नहीं हो पा रही है। हालांकि सरकार कैशलेस ट्रांजेक्शन की बात कर रही है लेकिन देश की बड़ी आबादी अभी भी ऑनलाइन और कैशलेस ट्रांजेक्शन से दूर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि 31 दिसंबर के बाद स्थितियां बदल जाएंगी। लेकिन इसमें अभी 27 दिन बाकी है। कई अर्थशास्त्रियों ने भी विकास दर कम रहने का अंदेशा जताया है।