काले धन पर काल बने मोदी अब सोना रखने वालों की नींद उड़ाने की तैयारी कर रहे हैं। शुक्रवार को इस संबंध में एक रिपोर्ट आई जिसमें अंदेशा जताया गया। हालांकि वित्त मंत्रालय इस रिपोर्ट पर कुछ भी कहने से कतरा रहा है। पिछले सप्ताह सोने सुलगने लगा था। इसकी कीमत दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया क्योंकि जूलरों ने इस डर में सोने का भंडार बढ़ाना शुरू कर दिया कि मोदी सरकार घरेलू काले धन के खिलाफ लड़ाई के क्रम में नोटबंदी के बाद कहीं सोने के आयात पर कहीं रोक न लगा दे।
बता दें कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का खरीदार है। बताया जाता है कि इसके सालाना 1,000 टन की मांग की एक तिहाई के लिए पेमेंट ब्लैक मनी से होता है। सरकार उस धन को काला मानती है जिसपर टैक्स नहीं चुकाया जाता है। अधिकारियों ने कहा कि नोटबंदी से नकदी आधारित सोने की तस्करी बाधित हो चुकी है। नकदी की कमी और कीमतें घटने से इस तिमाही में स्क्रैप गोल्ड की आपूर्ति भी आधी रह जाने की उम्मीद है।
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