नोटबंदी के फैसले को वापस लेने से सरकार ने साफ इनकार कर दिया है। गुरुवार को जहां सरकार ने संसद में विपक्ष की प्रधानमंत्री की ओर से जवाब दिए जाने की मांग को खारिज कर दिया, वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी साफ कर दिया है कि नोटबंदी वापस लिए जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। नोटबंदी की जानकारी चुनिंदा लोगों के लिए लीक किए जाने के आरोप को गलत बताते हुए जेटली ने संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग को भी नकार दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि कुछ दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि रिजर्व बैंक के पास पर्याप्त पैसा है और एटीएम मशीनों में युद्ध स्तर पर बदलाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘थोड़े दिनों में सभी एटीएम में पैसा होगा और लोगों की दिक्कतें खत्म हो जाएंगी।’ वित्त मंत्री ने नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से जवाब की विपक्ष की मांग को गलत बताते हुए कहा कि विपक्ष चर्चा से भाग रहा है। जेटली ने कहा, ‘विपक्ष के तर्क खोखले साबित हो रहे हैं, बेवजह डर का माहौल बनाया जा रहा है। नोटबंदी से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।’
वहीं बैंकों से कैश निकालने की सीमा 4500 रुपये से घटाकर 2000 रुपये किए जाने पर भी जेटली ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया कि बड़ी संख्या में लोग इसका दुरुपयोग कर रहे थे। चुनिंदा लोगों के लिए नोटबंदी की जानकारी लीक किए जाने के आरोप को भी जेटली ने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इसकी संयुक्त संसदीय समिति के जांच की कोई जरूरत नहीं है। कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए जेटली ने कहा, ‘एक राष्ट्रीय दल होने के नाते कांग्रेस को इसे बाधित करने के बजाय इसका समर्थन करना चाहिए। इसकी तुलना पाकिस्तान के आतंकवाद से करना गैर जिम्मेदाराना है।’