भले ही ये झगड़ा सपा का है लेकिन इस झगड़े में अब बाहर के लोगों का शामिल होना भी प्रतीत हो रहा है। अखिलेश ने भी परिवार से बाहर के लोगों के आदमी की भूमिका पर सवाल उठाए थे। जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि अखिलेश का ये इशारा अमर सिंह की ओर है जिस पर अमर सिंह ने इन बातों को गलत ठहराते हुए कहा कि अखिलेश ने अाज तक उनके बारे में एक शब्द नहीं कहा और न ही ताजा बयान उनके बारे में है।
खैर अखिलेश का इशारा किसी की भी ओर हो लेकिन अब इस झगड़े में अहम भूमिका निभाने वालों में नयी एंट्री हो चुकी है। वो हैं सुभाष चन्द्रा, वैसे तो सुभाष बीजेपी की मदद से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपने गृह प्रदेश हरियाणा से राज्य सभा पहुंचे हैं लेकिन सपा में भी उनके संबंध काफी अच्छे हैं। और इस बात का अंदाज़ा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि सपा के अंदरूनी झगड़े को सुलझाने में भी वो भूमिका अहम निभा रहे हैं।