यूपी के कैबीनेट मंत्री आजम खान ने एक बार फिर विवादित बयान देते हुए जनता को ही एहसान फरामोश ठहरा दिया। वैसे तो वह अपने विवादित बयान या अपने नए-नए कारनामो के चलते मीडिया में छाए रहते हैं। लेकिन वह इस बार जनता को एहसान फरामोश कहते विवाद में फंस गए। लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि जनता बहुत ही एहसान फरामोश होती है वह विकास का काम करने वालों को भी धूल चटा देती है। जैसा कि अतीत में कांग्रेस के मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के साथ हुआ। विकास के काम करने के बावजूद जनता ने उन्हें धूल चटा दी थी।
वहीं वक्त के साथ विकास को लेकर लोगों का नजरिया बदला रहा है और अब वे विकास के महत्व को समझते हैं। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने राज्य सरकार की तारीफ की और कहा कि अखिलेश सरकार ने जितना विकास का कार्य किया है उतना काम कोई और सरकार नहीं कर सकती थी। इस दौरान वह पीएम मोदी पर भी निशाना साधने से नहीं चूके। नोटबंदी के मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने कहा कि पीएम ने तो देश की जनता के पैसे को ही रद्दी में बदलने का काम कर डाला।
आजम खान यही नही रूके उन्होंने यह भी कह डाला कि डर तो इस बात का लगता है कि कन्हीं घर में रखे गहनों की जांच के लिए कोई नया फरमान न आ जाए। मोदी साहब को क्या लगता है कि अगर लोग उनके फैसले का विरोध नहीं कर रहे हैं तो क्या उनका यह फैसला सही है।