पीओके की इस जमीन के लिए किराया देती है भारतीय सेना! पूरी खबर पढ़ कर हैरान रह जाएंगे

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

सूत्रों के मुताबिक, ”सीबीआई की जांच में खुलासा हुआ है कि सन् 2000 में तत्‍कालीन सब-डिविजनल एस्‍टेट ऑफिसर (जम्‍मू-कश्‍मीर के राजौरी) आरएस चंदेरवंशी, नौशोरा के खंभा गांव के पटवारी दर्शन कुमार, राजेश कुमार और अन्‍य अनाम लोगों ने मिलकर यह आप‍राधिक साजिश रची। जिसके तहत विभिन्‍न जमीनें सेना के लिए किराए पर उपलब्‍ध दिखाई गईं, जो कि असल में पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर में आती हैं।”

इसे भी पढ़िए :  नोटबंदी पर मोदी का विपक्ष को करारा जवाब, 'ब्लैक मनी को ठिकाने लगाने का नहीं मिला वक्त इसलिए कर रहे आलोचना'

भारत और पाकिस्‍तान के बीच स्थित पीओके, मूल कश्‍मीर का वह हिस्‍सा है, जिसपर पाक ने 1947 में हमला कर कब्‍जा कर लिया था। इसकी सीमाएं पाकिस्तानी पंजाब एवं उत्तर पश्चिमी सीमांत प्रांत से पश्चिम में, उत्तर पश्चिम में अफ़गानिस्तान के वाखान गलियारे से, चीन के ज़िन्जियांग उयघूर स्वायत्त क्षेत्र से उत्तर और भारतीय कश्मीर से पूर्व में लगती हैं। कश्मीर राज्य के कुछ भाग, ट्रांस-काराकोरम ट्रैक्ट पाकिस्तान द्वारा चीन को दे दिया गया था व बाकी एरिया को दो हिस्‍सों में बांट दिया गया- उत्तरी क्षेत्र एवं आजाद कश्मीर।

इसे भी पढ़िए :  इंडियन आर्मी ऑफिसर का दावा- हमारा रिकॉर्ड दुनिया में सबसे अच्छा, '23 साल में मानव अधिकार हनन के 66 आरोप ही पाए गए सही'
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse