दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों पर हो रहे अन्याय को देखते हुए गांधी जी अंग्रेजी साम्राज्य के अन्तर्गत अपने देशवासियों के सम्मान तथा देश में स्वयं अपनी स्थिति के लिए सवाल उठाये।
महात्मा गांधी की पहली बड़ी उपलब्धि 1918 में चम्पारन और खेड़ा सत्याग्रह आंदोलन में मिली, हालांकि अपने निर्वाह के लिए जरूरी खाद्य फसलों की बजाए नील नकद पैसा देने वाली खाद्य फसलों की खेती वाले आंदोलन भी महत्वपूर्ण रहे। इसी के चलते उन्होंने खेड़ा गुजरात की समस्या का समाधान किया, उन्होंने वहां एक आश्रम बनाया जहां उनके बहुत सारे समर्थकों और नए स्वेच्छिक कार्यकर्ताओं को संगठित किया गया।