गांधी जयंती विशेष: जानिए महात्मा गांधी के जीवन से जुड़े ये रोचक तथ्य

0
6 of 11
Use your ← → (arrow) keys to browse

 असहयोग आंदोलन।

150703174102_indian_troops_ww1_c

गांधी जी ने असहयोग, अहिंसा तथा शांतिपूर्ण प्रतिकार को अंग्रेजों के खिलाफ़ शस्त्र के रूप में उपयोग किया। इस नरसंहार और उसके बाद हुई हिंसा से गांधी जी ने अपना मन संपूर्ण सरकार आर भारतीय सरकार के कब्जे वाली संस्थाओं पर संपूर्ण नियंत्रण लाने पर केंद्रित था, जो जल्‍दी ही स्वराज अथवा संपूर्ण व्यक्तिगत, आध्‍यात्मिक एवं राजनैतिक आजादी में बदलने वाला था।

इसे भी पढ़िए :  एक वक्त था जब एक-एक पैसे के लिए मोहताज था बाहुबली-2 का हीरो.. पढ़िए संघर्ष की पूरी कहानी

स्वराज और नमक सत्यग्रह

220px-salt_march

गांधी जी सक्रिय राजनीति से दूर ही रहे और 1920 की अधिकांश अवधि तक वे स्वराज पार्टी और इंडियन नेशनल कांग्रेस के बीच खाई को भरने में लगे रहे और इसके अतिरिक्त वे अस्पृश्यता, शराब, अज्ञानता और गरीबी के खिलाफ आंदोलन छेड़ते भी रहे। एक साल पहले अंग्रेजी सरकार ने सर जॉन साइमन के नेतृत्व में एक नया संवैधानिक सुधार आयोग बनाया, जिसमें एक भी सदस्य भारतीय नहीं था। इसका परिणाम भारतीय राजनैतिक दलों द्वारा बहिष्कार निकला।

इसे भी पढ़िए :  इंडिगो के चार पायलटों ने शराब की बोतल के साथ खिंचवाई फोटो, जांच शुरू
6 of 11
Use your ← → (arrow) keys to browse