मोदी सरकार 24, अकबर रोड और लुटियन जोन के तीन अन्य बंगलों से कांग्रेस को बेदखल करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। 1976 से 24, अकबर रोड कांग्रेस का मुख्यालय है। इतना ही नहीं इसके अलावा इस प्रस्ताव में कांग्रेस से इन प्रॉपर्टीज के लिए जून 2013 से मार्केट रेट पर रेंट लेने की बात भी कही है।
लगभग दो साल पहले बीजेपी ने कांग्रेस को नोटिस भेज बंगले खाली करने के लिए नोटिस भेजा था क्योंकि उन बंगलो की लीज खत्म हो गई थी। वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले की जानकारी देते हुए ईटी को बताया कि शहरी विकास मंत्रालय के तहत आने वाले डायरेक्टरेट ऑफ एस्टेट्स बकाया वसूली के लिए कांग्रेस को नए सिरे से नोटिस भेजने की योजना बना रहा है।
आपको बता दे कांग्रेस को पार्टी कार्यालय के निर्माण के लिए जून 2010 में 9-ए राउज एवेन्यू में जमीन आवंटित की गई थी। राजनीतिक दलों को भूमि के आवंटन पर सरकार की नीति के अनुसारऑफिस बनाने के लिए आवंटन के बाद तीन साल का वक्त मिलता है। इसलिए कांग्रेस को जो चार बंगले लीज पर दिए गए थे, उन्हें उसी जून 2013 में खाली करना था।
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि डायरेक्टरेट ने जनवरी 2015 में कांग्रेस को नोटिस जारी किया था। इसके अलावा, अधिकारी ने यह भी बताया कि डायरेक्टरेट ने 26 अकबर रोड, 5 रायसीना रोड और C-II/109 चाणक्यपुरी के बंगलों के लिए बकाया राशि पर एक अनुमान तैयार कर लिया है। 24 और 26 अकबर रोड के बंगले VIII कैटेगरी के हैं, वहीं दो अन्य बंगले VI कैटेगरी बंगले हैं।