कुल मिलाकर एक झटके से बड़ा बदलाव करने की बजाय कांग्रेस आलाकमान आहिस्ता आहिस्ता संगठन में फेरबदल की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह, ज्योतिरादित्य सिन्धिया सरीखे नेताओं को महासचिव बनाया जा सकता है। इसके अलावा राहुल के करीबी युवा नेताओं को सचिव बनाया जाएगा। एक बात का संदेश जरूर दिया जाएगा कि, वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर युवाओं की ही टीम नहीं बनाई जा रही है, बल्कि वरिष्ठ और युवाओं का तालमेल बैठाया जा रहा है।
दरअसल, एक साथ बड़ा बदलाव करने से संगठन से बाहर किये जाने वाले नेता नाराज़ हो सकते हैं। इसलिए एक झटके में बदलाव नहीं किये जा रहे। इसके अलावा कई एडजस्टमेंट भी किये जा रहे हैं, जिससे नेता नाराज़ भी ना हों। ऐसे में अगले कुछ दिनों में कांग्रेस संगठन में बदलाव नज़र आने लगेगा, जिसकी सुगबुगाहट 2014 लोकसभा चुनावों में हार के बाद से चल रही है।