ऑल इंडिया इमाम कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चीफ इमाम मौलाना उमैर इलियासी ने कहा कि कश्मीर के हालात के लिए जिम्मेदार वहां के अलगाववादी नेता हैं। सरकार को अलगाववादियों से बात नहीं करनी चाहिए। वह पाकिस्तान के एजेंट है। यह बात उन्होंने जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद पत्रकारों से बात करने के दौरान कही।
चीफ इमाम मौलाना उमैर इलियासी ने सेना की ओर से POK में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को सही ठहराया और कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा की ओर एक बड़ा कदम है। इस काम में वह सरकार का समर्थन करते है। सरकार को चाहिए कि आतंकवाद के खात्मे के लिए चलाई गई इस कार्रवाई को यहीं न रोके, बल्कि इसे पूरी तरह से खत्म कर दे।
मौलाना इलियासी ने सरकार से मांग की है कि पाकिस्तान के साथ कारोबार, बस सेवा, रेल सेवा और अन्य सभी काम बंद कर देने चाहिए। पाकिस्तान दोस्ती के काबिल ही नहीं है। ऐसे समय में सभी भारतीय एकजुट है और पाकिस्तान की ओछी हरकतों का मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि हम भारत के सभी इमामों से अपील करते हैं कि वह किसी भी आतंकवादी के जनाजे की नमाज न पढ़ाएं और न ही उनको दफनाने के लिए कब्रिस्तान में जगह दी जाए। पीओके में आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट करने की कार्रवाई में शामिल सभी सैनिकों को राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित किया जाना चाहिए।