उसके बाद मोदी ने अपने संबोधन में कहा था, ‘मैं चो का काफी बड़ा फैन हूं। मैंने आपातकाल के दौरान उनका नाम सुना था। वह लोकतंत्र के लिए खड़े हुए और उसके लिए लड़े। मुझे तो मेरे साथी ही जानकारी देते थे क्योंकि मैं तो उस वक्त अंडरग्राउंड था।’
रामास्वामी को पीएम मोदी के साथ-साथ जयललिता का भी करीबी बताया जाता है। वह 82 वर्ष के थे और चेन्नई के उसी अपोलो अस्पताल में भर्ती थे जहां जयललिता एडमिट थीं। बीमारी के कारण रामास्वामी का लंबे समय से यहां अस्पताल इलाज चल रहा था। अस्पताल के मुताबिक, उन्होंने बुधवार सुबह 4:15 पर अंतिम सांस ली। उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा व बेटी है।
The feisty Cho Ramaswamy introduces me as the 'Merchant of Death.' Do watch this memorable interaction. https://t.co/2FsF64sVvH
— Narendra Modi (@narendramodi) December 7, 2016

