कोबरापोस्ट की टीम ने जब सीबीआई जांच की छानबीन की और साथ ही उस घटना से जुड़े लोगों को पूछताछ की तो कई चौंकने वाले खुलासे हुए। ऐसे खुलासे जिसे सुनकर सीबीआई की जांच भी शक के दायरे में आ रही है। लेकिन चूंकी ये मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है इसलिए हमारा किसी भी ठोस नतीजे पर पहुंचना अदालत की अवमामना होगी।
हमारे खुलासे में ये साबित हो रहा था इस मामले में सीबीआई ने अपना काम ठीक तरह से नहीं किया। हमने अपनी छानबीन में इस घटना के समय शहीद सीओ के गनर इमरान सिद्दकी, तब के नवाबगंज के एसएचओ अरविंद कुमार सिंह, इंस्पेक्टर के ड्राइवर सुरेश सिंह, आरक्षक शौकत खान, महबूब आलम, विपिन कुमार पांडे, शक्ति दत्त दुबे, गुलाम चंद्र मिश्रा और उस समय इंस्पेक्टर सर्वेश मिश्रा के हमराही रहे हबीब सिद्दकी से संपर्क साधा।
हमारी जांच में जो सामने आया उसे जानकर आप भी हैरान जाएंगे। आप हैरान रह जाएंगे जब आप ये जनेंगे कि देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी ने भी किस तरह से इस घटना की जांच में ढुलमुल रवैया अपनाया। इतना ही नहीं, हमने जब खुफ़िया कैमरे पर इस घटना से जुड़े लोगों से बात की तो हमने पाया कि सीबीआई ने केस को कमजोर करने के लिए जानबूझकर उन लोगों के बयान ही नहीं लिये जो इस केस की अहम कड़ी थे।